- पी.सी. सेठी हास्पिटल कोरोना के लिए "आइसोलेशन अस्पताल" के रूप में चिन्हित, यहां से मेटरनिटी और चाइल्ड वॉर्ड को एम.टी.एच. हॉस्पिटल में शिफ़्ट करेंगे।
- रेपिड रेस्पोंस टीम और काल सेंटर बनाने के निर्देश।
- संभागायुक्त की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में लिया गया निर्णय।
इन्दौर । मध्य प्रदेश के इन्दौर जिले में आज से आपातकालीन प्रोटोकॉल 'लॉक डाउन' लागू रहेगा। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीम बनाने के निर्देश दिए हैं। एक काल सेंटर भी बनाया जाएगा जहाँ पर प्रभावित कोरोना के संदर्भ में सूचना दे सकेंगे और उपचार के लिए आवश्यक सहायता भी प्राप्त कर सकेंगे।
पी.सी. सेठी हास्पिटल को कोरोना के लिए आइसोलेशन अस्पताल के रूप में चिन्हित किया जाएगा। पी.सी. सेठी हास्पिटल में मेटरनिटी और चाइल्ड वॉर्ड को एम.टी.एच. हॉस्पिटल में शिफ़्ट किया जाएगा।
यह निर्देश आज संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने दिये। कमिश्नर कार्यालय में हुई इस बैठक में कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव, मेडिकल कॉलेज की डीन डॉक्टर ज्योति बिंदल, डॉ. पी.एस. ठाकुर, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. अवासिया, उपायुक्त परिवहन संजय सोनी, अपर आयुक्त नगर निगम संदीप सोनी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में चर्चा उपरांत निर्णय लिया गया कि जन स्वास्थ्य के व्यापक परिप्रेक्ष्य में लॉकडाउन किया जाना आवश्यक है। जनसमूह एक स्थान पर इकट्ठा नहीं हो, इसके लिए आवश्यक प्रबंध किए जाने बेहद ज़रूरी हैं।
संभागायुक्त त्रिपाठी ने निर्देश दिए कि विशेष हास्पिटल और माडर्न हॉस्पीटल को भी आइसोलेशन के विकल्प के रूप में तैयार किया जाए।
उन्होंने कहा कि ज़िले में आए हुए समस्त विदेशी नागरिकों की गहन छानबीन हो और उनका एक बेहतर रिकॉर्ड संधारित किया जाए।
संभागायुक्त त्रिपाठी ने नगर निगम इन्दौर के माध्यम से काल सेंटर बनाए जाने के निर्देश भी दिए। यहाँ पर पैतालीस टेली आपरेटर कार्य करेंगे इनका प्रशिक्षण कराने के निर्देश उन्होंने दिए।
बैठक में संभागायुक्त त्रिपाठी ने कहा कि इन्दौर का कोई भी निजी अस्पताल किसी भी बीमार की स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य परीक्षण से इंकार नहीं कर सकता। यदि ऐसा कोई करता है तो उसकी मान्यता निरस्त करने की कार्यवाही की जाए।
त्रिपाठी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि काल सेंटर में आने वाली सूचनाओं के उपरांत बीमार की परीक्षण और उसके तीमारदारी के लिए एक प्रोटोकाल निर्धारित कर लिया जाए। होम क्वारंटाइन में रखे गए लोगों के भी लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी।
त्रिपाठी ने आलीराजपुर बड़वानी और खरगोन जैसे अंतरराज्यीय सीमा वाले ज़िलों में ग्रामों में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाने के निर्देश संयुक्त संचालक स्वास्थ्य को दिए उन्होंने कहा कि संबंधित ज़िलों के कलेक्टर से समन्वय कर उन लोगों का विशेष परीक्षण किया जाए जो अभी हाल में अन्य राज्यों से लौटे हैं।
त्रिपाठी ने इन्दौर में मास्क और सेनीटाइजर की कमी पर भी चर्चा की एम.जी.एम. मेडिकल कॉलेज और दुग्ध संघ द्वारा भी सेनीटाइजर बनाकर इसकी कमी पूरी की जाएगी।
बैठक में उपस्थित जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ए.के. चौहान को कमिशनर ने निर्देश दिए कि उद्यमियों से चर्चा कर वे सेनीटाइजर बनाए जाने की भी व्यवस्था करें।
बैठक में त्रिपाठी ने निर्देश दिया है कि जिन पड़ोसी ज़िलों में मेडिकल कॉलेज है वहाँ से अनावश्यक रूप से मरीज़ एमवाय हास्पिटल में रेफ़र नहीं किए जाएं। इस बाबत निर्देश जारी किए जाएं।